Hindi News : राजस्थान का एक ऐसा गाँव जहाँ नही मनाया जाता रक्षाबंधन का त्यौहार | वजह जानकर हैरान रह जायेंगे आप |
देश भर में भाई-बहन के अटूट बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है | भाइयों की कलाई पर बहनों ने रक्षा सूत्र बांधा हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस गांव में कई सालों से रक्षा बंधन का पर्व नहीं मनाया जा रहा है | जी हां अपने सही सुना, झुंझुनू के सुल्ताना कस्बे के संस्थापक हाथीराम के वंशज कई दशकों से रक्षाबंधन का पर्व नहीं मना रहे हैं, रक्षाबंधन के दिन सुल्ताना गाँव के संस्थापक हाथी सिंह के देहांत के बाद उनके वंशजों ने रक्षाबंधन का पर्व नहीं मनाया हैं |
कई सालों से चली आ रही ये परंपरा अब भी सुल्ताना कस्बे में कायम है, सुल्ताना कस्बे में हाथीराम के वंशजों की कलाई आज भी रक्षा बंधन के दिन सूनी ही दिखती है | करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन सुल्ताना के संस्थापक हाथीराम की मौत हो जाने के कारण रक्षाबंधन नहीं मनाने की परंपरा शुरू हुई थी, जो अभी तक जारी है |
मंडल युद्ध में राजस्थान का बहुत बड़ा युद्ध हुआ था, उसमें भी उनका काफी योगदान रहा था | उसमें भी उनके द्वारा जीती हुई चार तोपों में से दो तोपों के अवशेष आज भी मौजूद हैं | रक्षा बंधन के दिन उनकी मौत होने की वजह से उनके वंशज रक्षा बंधन का त्यौहार न मनाकर उनकी पुण्यतिथि मनाते हैं, रक्षा बंधन के पर्व पर उनके वंशज आज भी अपनी कलाई पर राखी नहीं बांधते | हालांकि कुछ परिवारों में पुत्र जन्म होने के बाद रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाता है |