Spiritual News: हरियाली तीज पर 20 किलो सोना और 100KG चांदी के झूले में विराजे बांके बिहारी |
मथुरा में हरियाली तीज के उत्सव को धूमधाम और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। बांके बिहारी मंदिर में भगवान बांके बिहारी 20 किलो सोने और 100 किलो चांदी से बने झूले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। वहीं, दक्षिण भारतीय शैली के रंगनाथ मंदिर में शाम को भगवान गोदा रंगमन्नार चांदी के झूले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
बांके बिहारी मंदिर में हरियाली तीज पर साल में एक बार झूला डाला जाता है। यहां भगवान बांके बिहारी गर्भगृह से निकलकर आंगन में डाले गए झूले में विराजमान होते हैं। भगवान बांके बिहारी पहली बार इस झूले में 15 अगस्त 1947 को विराजमान हुए थे।
सावन मास के शुक्ल पक्ष की तीज को हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ब्रज के मंदिरों में भगवान को झूले में विराजमान करने की परंपरा होती है। हरियाली तीज पर बांके बिहारी मंदिर को हरे वस्त्रों से सजाया जाता है, जिससे मंदिर हरियाली से भरपूर दिखता है। यहां मान्यता है कि सावन में बारिश होने के कारण हर जगह हरियाली दिखाई देती है। द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने हरियाली तीज के दिन राधा रानी के साथ झूले में विराजमान होकर उनका आनंद लिया था।